यह मंदिर नेशनल हाई-वे 74 से सटे जिला बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र में है
शिवरात्रि के दिनों में हजारो कावड़िये बरेली, मुरादाबाद, रामपुर अन्य जिलो से भी बिजनौर के नजीबाबाद के रास्ते से ही होकर गुजरते हैं। हजारों कावड़िये पहले मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। कावड़ियों का मानना है की ऐसा न करने पर कभी भी रास्ते में कवाड़ खंडित हो सकती है।
यह है वो मोटा महादेव सिद्ध पीठ का मंदिर जो नेशनल हाई-वे 74 से सटे जिला बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र में है। कहते है की मौर्य काल के वक़्त यानि 1870 में मोटा महादेव जमीन के अंदर से कुदरती आये थे। तभी से मान्यता है की इस मंदिर में हर साल हरिद्वार से जल लाकर मोटा महादेव के चरणों में चढ़ाया जाता है। साथ ही साथ मंदिर में प्रसाद धतुरा, भाँग चढ़ाकर बाबा के दरबार में भक्तों की मनोकामना भी पूरी होती है।
कहते हैं की इस मंदिर में भूले से भी बाबा के चरणों में जल न चढ़ाने की गलती कर दी तो उसकी खैर नहीं। मंदिर के पुजारी की मानें तो इस मंदिर में मोटा महादेव के साथ साथ भैरो बाबा का भी मंदिर है। जिसकी मान्यता है की कई किलोमीटर पैदाल चल कर कावडियों को काफी थकान हो जाती है। लेकिन बाबा के दरबार में आकर भैरो सिंह के दरबार पर सोंटा मारने से कावड़ियों की थकान गायब हो जाती है।
मोटा महादेव मंदिर का जहां कावड़िया टेकते हैं मथ्था और चढ़ाते हैं जल और भाँग। इतना ही नहीं थकान मिटाने के लिए कावड़िया बारी बारी से अपने जिस्म में लगवाते है सोंटा। पीले कपड़ो में कवाड ऊपर से कंधो पर कवाड़ लिए कोई बसों से तो कोई पैदल चलकर मोटा महादेव के मंदिर में आना नहीं भूलता। वही मंदिर में जलाभिषेक करके श्रद्धालु गीत की धुन पर बम- बम बोले गीत पर झूम उठते है। तो वही शरीर पर सोंटा लगवाकर शरीर से पूरी थकान भी...
Read moreOm namah shivaye This temple is dedicated to lord Shiva. Here one can offer Praver to the lord and have some peaceful and calm time.I have always felt at peace at this temple. As serene as it is, it makes me feel calm and relaxed. It feels like I have stepped into another world leaving my...
Read moreThis is ancient temple dedicated to Lord Shiv Ji. It is believed that if Kanwar wale offer pious Ganga water to this Shivalinga, then Lord Shiva give blessings to the offeree. Every year on the occasion of Mahashivratri many devotees reach here and pray. Located 1 km inside...
Read more