Shree Devnarayan Temple, Dev Dham, Jodhpuriya
Shree Devnarayan Temple, Dev Dham, Jodhpuriya things to do, attractions, restaurants, events info and trip planning
Plan your stay
Posts
Dev Dham Jodhpuriya is dedicated to Lord Vishnu and called as Dev Narayan. The temple is located in the Tonk district of Rajasthan and the idol of Devnarayan is worshiped as an avatar of Lord Vishnu. It is believed that the Lord was born to Gurjar couples who were warriors and named as Sawai Bhoj Bagaravat, and Sadhu Mata Gurjari as their son Devnarayan and he was born in the year 968 of Vikram Samvat calendar. The temple is also having the idols and memorials of Sri Sawai Bhoj Gurjar, Taradey Panwar, Bhuna Ji and Mehandu Ji. The temple gets more visits of devotees especially on Fridays as the devotees organize whole night Jagran during this night. Every year, in the premises of the temple of Dev Dham Jodhpuriya two huge fairs are organized in the memory of Lord Devnarayan and the fairs attract thousands of people from all over the state and many local performances are seen throughout these fairs, and people make portraits of Bhopas of Devnarayan related to his birth and his brave deeds on a Thali while dancing. History of Dev Dham Jodhpuriya The temple is constructed in a beautiful way and the temple is a grand example of brilliant craftsmanship and the main idol of the temple is depicted in the form of statue of Lord Devnarayan as a child resting on the lap of Sadhu Mata Gurjari as well as a statue of Lord Devnarayan drinking the milk of lioness. The temple is majorly visited by the devotees as they seek blessings from the Lord and also enjoy the silent and serene backdrop of the temple which makes it a great picnic spot.
Bhupesh Kumar Gurjar
00
इस साल गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण का 1111वां जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में देवनारायण भगवान के जन्मस्थल पर आयोजित कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी शिरकत करेंगे. पीएम मोदी के आगमन से पहले कार्यक्रम स्थल पर जोर-शोर से महोत्सव की तैयारियां की जा रही है. देशभर से गुर्जर समुदाय के लोग यहां पहुंच रहे हैं. राजा सवाई भोज के घर हुआ था जन्म राजस्थान के लोक देवता माने जाने वाले भगवान देवनारायण को भगवान विष्णु का अवतार बताया जाता है. गुर्जर समाज में देवनारायण भगवान की मान्यता है. पौराणिक मान्यता के मुताबिक, देवनारायण का जन्म राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में आसींद विधानसभा क्षेत्र के मालासेरी गांव में राजा सवाई भोज के घर हुआ था. 1243 ई. में माघ महीने में शुक्ल पक्ष की छठी तिथि को उन्होंने माता साढू खटानी की कोख से जन्म लिया. इसके बाद अपने ननिहाल देवास में पले बढ़े. उन्होंने शिक्षा के साथ घुड़सवारी और हथियार चलाना सीखा. शिप्रा नदी के तट पर भगवान विष्णु की कठिन साधना की. गुरुओं से तंत्र शिक्षा प्राप्त की. वे युवावस्था में शक्तिशाली योद्धा बने. ऐसे हुआ रानी पीपलदे से विवाह देवनारायण ने अपने जीवनकाल में कई चमत्कार भी दिखाए. एक समय जब धार के राजा जयसिंह की पुत्री पीपलदे काफी बीमार हो गई थी, तो देवनारायण ने उन्हें अपनी शक्तियों से ठीक कर दिया. उसके बाद उन्हीं के साथ उनका विवाह हुआ. देवनारायण ने सूखी नदी में पानी पैदा करना, सारंग सेठ को पुनर्जीवित कर देना, छोंछु भाट को जीवित करने जैसे कई चमत्कार दिखाए. भगवान विष्णु की आराधना करने से प्राप्त शक्तियों का उपयोग देवनारायण ने लोक कल्याण के लिए किया. यही वजह है कि उस समय से ही लोग उन्हें भगवान मानकर पूजने लगे. सुबह उठकर करते थे गायों का दर्शन देवनारायण गौ वंश के रक्षक थे. रोजाना सुबह उठकर गौ माता का दर्शन करते थे. इतना ही नहीं, वे गौ पालन भी करते थे. बताते हैं कि उनके पास 98000 गायें थीं. गौ सेवक होने के साथ ही वे राज्य के शासक और महान योद्धा थे. उन्होंने अपने पराक्रम से अत्याचारी विदेशी शासकों से खूब लड़ाईयां लड़ी थीं और अपने शौर्य से उन्हें पराजित किया था. आठवीं शताब्दी में उन्होंने अजमेर में शासन किया था. उन्होंने देश में अरब घुसपैठ का जमकर प्रतिरोध किया था. आज भगवान देवनारायण के प्रति जन-जन की आस्था है. लोकप्रिय है देवनारायण की फड़ हर भगवान के जीवन पर कोई न कोई ग्रंथ या पवित्र पुस्तक लिखी गई है. जैसे भगवान श्रीराम के जीवन पर रामायण और रामचरितमानस है. उसी तरह भगवान देवनारायण और उनके पिता राजा सवाई भोज के जीवन की कहानी को देवनारायण की फड़ में बताया है. कथा के साथ सुंदर चित्रों के जरिए उनके जीवन को इस फड़ में जीवंत किया गया है. देवनारायण की फड़ भारत में लोक संस्कृति बन गई है और काफी लोकप्रिय है !
Banna Lal Gurjar
00
Dev Dham Jodhpuriya is a temple dedicated to lord Devnarayan (He was an incarnation of Lord Vishnu and associate with Gurjar Community) worshipped mostly in Rajasthan It is one of the most sacred pilgrimage sites for Hindus This temple is very spacious and in lap of greenary and on bank of Mashi Dam (Jodhpuriya) Fair organise two times in year (Aug-Sep) & (Jan-Feb) Timings for Aarti Darshan 4 AM 11 AM 7 PM * Darshan may open multiple times in a day (but major aarti on above timings) There is canteen available in premises of temple and many outlets available for tea-snacks mainly they are of flowers and prasad. It was a Holy place and no words to express it, It was awesome to visit, The place is peaceful and has a spiritual feeling...best timing to visit after the rainy season Aug-Sep.
Priyank Saradhana
00
Dev Dham Jodhpuriya is a temple dedicated to lord Devnarayan situated in Newai municipality of Tonk district, Rajasthan, 75 kilometres from Jaipur on the Jaipur-Kota national highway, near to Mashi dam, Manoharpura in Newai municipality of Tonk district. Devnarayan is worshiped as an incarnation of Vishnu. But this temple is not much clean and hygienic. Animals just like as cow , ox, dogs are roaming here and there inside the temple courtyard. the road is also in worst condition.
Devrshi Rathore
00
जय देवनारायण भगवान की। जीवन में पहली बार यहां आने का मौका मिला। 1 सितम्बर 2024 को जिस दिन बारिश तो नहीं पर मौसम बहुत ही प्यारा था। मन्दिर सुंदर है। झील भी बड़ी और मनमोहक करने वाली है। हम सब एक है, फिर भी जिस गुर्जर कौम का ये मंदिर बना हुआ है ये उनको गौरव महसूस कराने वाला है। 1. देव नारायण भगवान की प्रतिमा है। 2. साडू माता की प्रतिमा, जिसमे वे देव जी को गोदी में लेकर बैठी है। 3. देव जी को शेरनी स्तनपान कराने प्रतीमा भी यहां स्थापित है। 4. प्राचीन घी का कुंड जिसमे अभी भी लोग घी दान देते है। 5. मन्दिर के परिसर में ही धुना (जहा आग जलाई जाती है) है। 6. मन्दिर के तीनों ओर पानी की झील है। 7. रोड मन्दिर तक है और अच्छा भी है। 8. पार्किंग स्थल है। 9. प्रसादी के लिए स्टॉल बने हुए है। आवश्यक जानना जरूरी है। 1. भंडारे में खाना खा सकते है, अन्यथा कोई व्यवस्था नहीं है। बाहर में बहुत ही अस्वच्छ मिल सकता है। 2. कृपया हाथ जोड़कर विनीत है आप किसी भी प्रकार का केमिकल, साबुन, शैंपू उपयोग ना करे। एक दिन आप सिर्फ झील के पानी से नहाएं। लोगो ने बहुत ही गंदी की कर रखी है। जिससे पानी मे रहने वाली मच्छलियो को बहुत ही नुकसान होता है। 2. मच्छलियो को खाना भी नही दे। आपके पुण्य के नाम पर उनका मरना होता है। 3. मन्दिर ट्रस्ट को बहुत ही ज्यादा सफाई और व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत है। 4. आप लोग जाकर किसी भी प्रकार का कचरा नहीं फैलाए। 5. मन्दिर को सुचारू रूप से चलाने में मंदिर में सहयोग प्रदान करे।
Omprakash Gurjar
00
युद्ध करते हैं और गायों को छुड़ाकर लाते थे । देवनारायण की सेना में ग्वाले अधिक थे । 1444 ग्वालों का होना बताया गया है , जिनका काम गायों को चराना और गायों की रक्षा करना था । देवनारायण ने अपने अनुयायियों को गायों की रक्षा का संदेश दिया । इन्होंने जीवन में बुराइयों से लड़कर अच्छाइयों को जन्म दिया । आतंकवाद से संघर्ष कर सच्चाई की रक्षा की एवं शान्ति स्थापित की । हर असहाय की सहायता की । राजस्थान में जगह - जगह इनके अनुयायियों ने देवालय अलग - अलग स्थानों पर बनवाये हैं जिनको देवरा भी कहा जाता है । ये देवरे अजमेर , चित्तौड़ , भीलवाड़ा , व टोंक में काफी संख्या में है । देवनारायण का प्रमुख मन्दिर भीलवाड़ा जिले में आसीन्द कस्बे के निकट खारी नदी के तट पर सवाई भोज में है । देवनारायण का एक प्रमुख देवालय निवाई तहसील के जोधपुरिया गाँव में वनस्थली से 9 कि . मी . दूरी पर है । सम्पूर्ण भारत में गुर्जर समाज का यह सर्वाधिक पौराणिक तीर्थ स्थल है । देवनारायण की पूजा भोपाओं द्वारा की जाती है । ये भोपा विभिन्न स्थानों पर जाकर गुर्जर समुदाय के मध्य फड़ ( लपेटे हुये कपड़े पर देवनारायण जी की चित्रित कथा ) के माध्यम से देवनारायण की गाथा गा कर सुनाते हैं । देवनारायण की फड़ में 335 गीत हैं । जिनका लगभग | 1200 पृष्ठों में संग्रह किया गया है एवं लगभग 15000 पंक्तियाँ हैं । ये गीत परम्परागत भोपाओं को कण्ठस्थ याद रहते हैं । देवनारायण की फड़ राजस्थान की फड़ों में सर्वाधिक लोकप्रिय एवं सबसे बड़ी है..
RINKU GURJAR
00
Basic Info
Address
Vanshthali, Road, Niwai, Jodhpura, Rajasthan 304022, India
Map
Phone
+91 92149 82587
Call
Reviews
Overview
4.5
(1.4K reviews)
Ratings & Description
cultural
scenic
family friendly
Description
Dev Dham Jodhpuriya is a temple situated in the Tonk district of Rajasthan, India dedicated to the folk deity Devnarayan.
attractions: , restaurants:
