Uma Devi Temple in Karnaprayag is dedicated to Goddess Parvati or Gauri, the daughter of the Himalayas. It is here that her ‘Swayambhu’ or self- manifested idol has been consecrated since ages. This pious Hindu shrine is located near the holy confluence of Alaknanda and Pindar River, making the aura spiritually awakening.Uma Devi Temple in Karnaprayag is dedicated to Goddess Parvati or Gauri, the daughter of the Himalayas. It is here that her ‘Swayambhu’ or self- manifested idol has been consecrated since ages. This pious Hindu shrine is located near the holy confluence of Alaknanda and Pindar River, making the aura...
Read moreमाँ उमा देवी मंदिर चमोली जनपद में कर्णप्रयाग में स्थित अलकनंदा और पिंडर नदी के संगम स्थल के पास स्थित है | माँ उमा देवी मंदिर को कर्णप्रयाग में दूसरे सबसे प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर के रूप में जाना जाता है और इस मंदिर की प्रशंसा एवम् पूजा की जाती है | माँ उमा देवी मंदिर में माता पारवती की कात्यायनी रूप में पूजा की जाती है | 20 वीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में उमा देवी मंदिर अस्तित्व में आया था । इस मंदिर के गृह में स्थापित प्रस्तर प्रतिमाएं 12वीं व 13 वर्ष की आंकी गई हैं | माँ उमा देवी मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह पवित्र मंदिर एकमात्र ऐसा स्थान है कि जहाँ माता पारवती ने शिव को पति रूप में पाने के लिए अपर्णा रूप में निर्जला वर्त रखकर भगवान शिवजी की उपासना की थी | इस मंदिर के स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य ने आठवी शताब्दी में की थी परन्तु कुछ लोगों के अनुसार माँ उमा देवी की मूर्ति इसके बहुत पहले ही स्थापित थी । इस मंदिर के बारे में यह मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित माँ उमा देवी की मूर्ति इससे भी काफी पहले से मौजूद है | एक डिमरी ब्रह्मण को देवी ने स्वप्न में दर्शन देकर अलकनंदा एवं पिंडर नदियों के संगम पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने का आदेश दिया । इस क्षेत्र में रहने वाले डिमरी ब्राह्मणों के घर को “माँ उमा देवी का मायका” भी माना जाता है , जबकि कपीरी पट्टी के शिव मंदिर को उनका ससुराल समझा जाता है । कुछ वर्षों बाद देवी 6 महीने की यात्रा पर जोशीमठ तक गांवों के दौरे पर निकलती है |
माँ उमा देवी के मंदिर में रोज़ाना दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है लेकिन नवरात्र के मौके पर इस मंदिर का नज़ारा और भी भव्य होता है | कहा जाता है कि नवरात्र के मौके पर यहां दर्शन मात्र से भक्तों को विशेष फल की...
Read moreKarnaprayag Uma Devi temple is hailed as the second most revered Hindu shrine in Karnaprayag and is admired and worshipped as a Shaktipeeth. People belonging to different sects and walk of life garner their faith in the deity and visit this temple Situated at the holy confluence of Alaknanda and Pindar River, the Uma Devi temple is located on NH-58, Badrinath highway in...
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