नगरकोट की रानी उज्जैन नवरात्रि पर्व पर उज्जैन में स्तिथ नगरकोट रानी के आज दिव्य दर्शन नगरकोट का अर्थ होता है नगर की परिधि में बनी दिवार अर्थ नगर की रक्षक रानी माता । उज्जैन का प्रसिद्ध एक अन्य माता का स्थान जिसका अपना ही पौराणिक महत्व है । ये मंदिर उज्जैन शहर की उत्तर पूर्व दिशा में स्थित है । इस मंदिर में जल से परिपूर्ण एक कुंड है जो कि परमारकालीन माना जाता है । मंदिर में एक अन्य गुप्त कालीन मंदिर है जो कि शिवपुत्र कार्तिकेय का है । उज्जैन अवंति खंड की नवमातृकाओं में कोटरी देवी के नाम से प्रसिद्ध है नगरकोट की रानी माता । ऐसी मान्यता है कि उज्जैन में नवरात्रि में अन्य माता मंदिर के दर्शन नगरकोट की रानी माता के बगैर अधूरे माने जाते है ।
ऐसे कई प्रसिद्ध देवी मंदिर है, जिनका उल्लेख पुराणों में तो मिलता ही है वहीं सम्राट विक्रमादित्य काल में भी इन मंदिरों का विशेष महत्व आंका गया है। इन्हीं में से एक नगर कोट माता का मंदिर भी है। स्कंद पुराण के अवंतिका क्षेत्र महात्म्य में वर्णित चैबीस देवियों में से नगर कोट माता मंदिर भी है। गोरधन सागर के पास स्थित मंदिर में माता की मूर्ति भव्य और मनोहारी है। यह स्थान नगर के प्राचीन कच्चे परकोटे पर स्थित है।
एक अन्य जानकारी के अनुसार नगरकोट के परकोटे की रक्षिका देवी है। मंदिर परमारकालीन भी माना गया है वहीं स्कंद पुराण के अवंतिखंड में वर्णित नौ मातिृकाओं में से सातवीं कटोरी देवी है। वैसे तो इस मंदिर में हर दिन या विशेष अवसरों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि में यहां सुबह से लेकर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
सुबह और शाम के समय भव्य आरती होती है तो नगाड़ों, घंटियों की गूंज से वातावरण आच्छादित हो उठता है। भक्तों की मनोकामना पूरी होती है तथा माता के दर्शन से श्रद्धालु...
Read moreThis temple is reached after passing through narrow lanes of ujjain..n is in interior side .n that too not very good...just 1 more temple in the city of temples,, its said this is temple of devi who protects the city of ujjain,,but apart from significance, not...
Read moreVisited May 2024
This well-maintained temple is located within Ujjain city. Parking can be a bit challenging due to the dense neighborhood, but street-side parking is available about 100...
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